मैं सर्वप्रथम अपने गुरूदेव जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानन्द सरस्वती जी महराज के चरणों को नमन करता हूँ। भारत वर्ष के प्राचीन चिकित्सा पद्दति आयुर्वेद के सम्पूर्ण विकास हेतु तथा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधीजी के आदर्शों एवं उद्देश्य को पूरा करने हेतु टी0 एन0 टी0 शिक्षा समिति को उ0 प्र0 शासन से सन् 1979 सें रजिस्टर्ड करा कर आयुर्वेद के महान विद्वान आचार्य डॉ विश्वनाथ द्विवेदी जी की प्रेरणा एवं प्रयागराज के महान संत श्री सच्चा बाबा एवं स्वामी प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी की कृपा से भारत वर्ष का सर्वप्रथम पशु चिकित्सा आयुर्वेद महाविद्यालय “भारतीय आयुर्वेद पशु चिकित्सा विज्ञान संस्थान” (Indian Institute of Ayurvedic Veterinary Sciences) Office: 493 K L Kydganj Prayagraj की स्थापना उक्त संस्थान द्वारा 1981में किया गया ।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री ने आयुर्वेद के महत्व को समझते हुए प्रदेश का सर्वप्रथम गाँधी आयुर्वेद विश्वविद्यालय का शिलान्यास प्रयागराज में ही किया है तथा वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने आयुर्वेद को 220 देशों में योग के माध्यम से मान्यता दिलाकर एतिहासिक कार्य किया है ।
आयुर्वेद दंत चिकित्सा के प्रचार प्रसार हेतु तथा आयुर्वेद के पूर्ण विकास हेतु संस्था द्वारा संचालित भारतीय आयुर्वेद दंत चिकित्सा विज्ञान संस्थान से संबद्ध आयुर्वेद दंत चिकित्सा महाविद्यालय prayagraj द्वारा अनेक पाठ्यक्रमों का संचालन सफलता पूर्वक किया जा रहा है-
आयुर्वेद दंत चिकित्सा के पाठ्यक्रम…
1. आयुर्वेद योग सर्टिफिकेट कोर्स (AYC), अवधि- 1 माह, योग्यता- हाई स्कूल
2. दंत चिकित्सा आयुर्वेद सर्टिफिकेट कोर्स, अवधि- 1 माह, योग्यता- हाई स्कूल
3. आयुर्वेद दंत चिकित्सा दर्शन (DADS), अवधि- 2 माह, योग्यता- Intermediate
4. आयुर्वेद दंत चिकित्सा भास्कर (BADS), अवधि- 1 वर्ष, योग्यता- Intermediate